कोलार, कर्नाटक
– भारत ने चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में एक अभूतपूर्व उपलब्धि हासिल की है। एक 38 वर्षीय महिला के खून में एक ऐसा एंटीजन पाया गया है जो अब तक दुनिया में कहीं भी दर्ज नहीं किया गया था। इस नए ब्लड ग्रुप को CRIB नाम दिया गया है, जो Cromer और India, Bangalore को दर्शाता है। यह खोज न केवल भारत बल्कि वैश्विक स्तर पर ट्रांसफ्यूजन साइंस के लिए एक मील का पत्थर मानी जा रही है।
खोज की पृष्ठभूमि
फरवरी 2024 में महिला को कोलार स्थित R.L. Jalappa Hospital में कार्डियक सर्जरी के लिए भर्ती किया गया था। उनकी रक्त जांच में उन्हें O Rh+ ग्रुप का माना गया, जो सामान्यतः सबसे आम ब्लड ग्रुप होता है। लेकिन जब सर्जरी से पहले ब्लड ट्रांसफ्यूजन की आवश्यकता पड़ी, तो कोई भी उपलब्ध O+ यूनिट उनके साथ संगत नहीं थी।
डॉक्टरों ने 20 परिवारजनों के ब्लड सैंपल टेस्ट किए, लेकिन कोई भी मेल नहीं खा सका। महिला का खून हर टेस्ट सैंपल से प्रतिक्रिया कर रहा था—जिसे मेडिकल भाषा में panreactivity कहा जाता है। यह संकेत था कि उनके रक्त में कोई अनोखा एंटीजन मौजूद है।
वैज्ञानिक जांच और अंतरराष्ट्रीय पुष्टि
मामले को आगे बढ़ाते हुए सैंपल भेजे गए Rotary Bangalore TTK Blood Centre में, जहाँ उन्नत सीरोलॉजिकल परीक्षण किए गए। इसके बाद सैंपल भेजे गए International Blood Group Reference Laboratory (IBGRL), Bristol, UK में।
करीब 10 महीने की molecular testing के बाद वैज्ञानिकों ने एक नया एंटीजन पहचाना, जो Cromer blood group system का हिस्सा है। इस एंटीजन को नाम दिया गया CRIB, जिसमें:
- CR = Cromer
- IB = India, Bangalore
वैश्विक मान्यता
इस खोज की आधिकारिक घोषणा जून 2025 में ISBT Congress, Milan में की गई। महिला को दुनिया की पहली व्यक्ति घोषित किया गया जिसमें CRIB एंटीजन पाया गया।
चिकित्सा प्रभाव
इस खोज के बाद महिला को भविष्य में किसी भी सर्जरी के लिए autologous transfusion करना होगा—यानि खुद का खून पहले से स्टोर करना पड़ेगा। CRIB जैसे दुर्लभ ब्लड ग्रुप की पहचान से ट्रांसफ्यूजन सुरक्षा, अंग प्रत्यारोपण की संगतता और दुर्लभ डोनर रजिस्ट्रियों में सुधार की संभावना है।
Rotary Blood Centre ने अब एक Rare Donor Registry शुरू की है, जिसमें 21 दुर्लभ डोनर्स की पहचान की जा चुकी है।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण
दुनिया में अब तक 48 से अधिक ब्लड ग्रुप सिस्टम दर्ज किए गए हैं—जैसे Kell, Duffy, Rh null, In b negative। CRIB ने Cromer सिस्टम में एक नया आयाम जोड़ा है, जो glycoprotein संरचनाओं के लिए जाना जाता है।
इस खोज ने भारत को वैश्विक immunohematology research में एक अग्रणी भूमिका में ला खड़ा किया है।
निष्कर्ष

CRIB ब्लड ग्रुप की खोज एक सामान्य सर्जरी को वैश्विक चिकित्सा इतिहास में बदलने वाली घटना बन गई। यह न केवल भारत की वैज्ञानिक क्षमता को दर्शाती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि खून में भी अनदेखे रहस्य छिपे हो सकते हैं।